इन 5 फूड को बनाएं डाइट का हिस्सा, वजन-ब्लड शुगर पर कंट्रोल के साथ डाइजेशन रहेगा अच्छा

आमतौर पर यह माना जाता है कि युवा अपनी व्यस्त दिनचर्या के चलते खान-पान और जीवनशैली पर ध्यान नहीं देते हैं अपनी बिगड़ी हुई जीवनशैली के कारण ही वे कम उम्र में ही ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा और पाचन से जुड़ी समस्याओं सहित अन्य कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं 

हालांकि कोरोना काल में लोग घरों में कैद हो गए हैं और वर्क फ्रॉम होम के चलते उनकी व्यस्तता कुछ हद तक कम हुई है। कोविड-19 की भयावहता को देखते हुए लोग हेल्दी लाइफ़स्टाइल को अपनाने के लिए प्रेरित हुए हैं। अब बाहर का खाना और जंक फ़ूड का सेवन बहुत कम हो गया है और घर पर बना हेल्दी खाना खाने का चलन बढ़ा है। लोग अपनी इम्युनिटी को बढ़ाने के साथ ही अन्य बीमारियों से बचने पर जोर दे रहे हैं। ऐसे में इस बात की जानकारी होना ज़रूरी है कि अपनी डाइट में कौन-से हेल्दी फ़ूड को शामिल करने से फ़ायदा होगा।

डायबिटीज, दिल की बीमारियों और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के मरीजों पर कोविड-19 के गंभीर प्रभाव होने का ज़्यादा ख़तरा होता है इसलिए अपने ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखने के प्रयास करते रहना महत्वपूर्ण है, ताकि भविष्य में इन समस्याओं से बचे रहें इन बीमारियों को कंट्रोल करने में डाइट महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसलिए आज हम आपको 5 ऐसे फ़ूड के बारे में बताने वाले हैं, जिनका रोजाना सेवन करने से आप ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने के साथ ही वजन को भी कंट्रोल कर सकते हैं और आपका पाचन तंत्र भी ठीक से काम करता रहेगा। यानी 1 फ़ूड से ही आपको कई सारे लाभ होने वाले हैं और ये सभी फ़ूड बहुत आसानी से मिल जाते हैं।

पपीता

पपीता विटामिन सी का बहुत अच्छा स्रोत होता है साथ ही इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। हाई-फाइबर डाइट लेने से टाइप- डायबिटीज के मरीजों में ब्लड ग्लूकोज़ लेवल कम होता है, इसलिए पपीता डायबिटीज के मरीजों के लिए फ़ायदेमंद हो सकता है 1 छोटे पपीते में लगभग 3 ग्राम फाइबर होता है।

पपीते में पापेन नाम का एंजाइम होता है, जो पाचन में मदद करता है। साथ ही इसमें ज़्यादा मात्रा में फाइबर और पानी होने से इसके सेवन से कब्ज से राहत मिलती है और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट स्वस्थ रहती है। इसके अलावा पपीता वजन कम करने, दिल की बीमारियों, कैंसर और अस्थमा की रोकथाम में भी मदद करता है।

संतरा

संतरा कम कैलोरी वाला पोषक तत्वों से भरपूर फल होता है। यह फाइबर, विटामिन सी, थायमिन, फॉलेट और एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत है। 1 संतरा खाने से आपकी विटामिन सी की एक दिन की 78% ज़रूरत पूरी हो जाती है। संतरों में घुलनशील और अघुलनशील, दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जिसके चलते आंते और पेट सहजता से काम करते हैं कब्ज से भी बहुत हद तक राहत मिलती है। संतरे में कम कैलोरी और ज़्यादा फाइबर होने के कारण साबुत संतरा खाने से पेट भरा लगता है और वजन कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इसमें नेचुरल शुगर होती है, इसलिए यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी अच्छा होता है। यह इम्यून सिस्टम को भी स्वस्थ रखता है और सर्दी-जुकाम से बचाता है। यह ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रोल के लेवल को ठीक रखता है और कैंसर को रोकने और इससे लड़ने में मददगार होता है।

 

आंवला

आंवला को पूरी दुनियासुपर फ्रूटमानती है। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि 100 ग्राम ताजा आंवला में 20 संतरों के बराबर विटामिन सी होता है। यह सुपर फ्रूट विटामिन सी के साथ ही विटामिन , आयरन, कैल्शियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। आंवला में मौजूद घुलनशील फाइबर शरीर में जल्दी घुल जाता है, जिससे शरीर की शुगर को अवशोषित करने की दर कम हो जाती है और ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है। इसके सेवन से पेट साफ़ होने में होने वाली दिक्कतें भी दूर होती है आंवला आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है। मेटाबॉलिज्म अच्छा होने से ज़्यादा कैलोरी असरदार तरीके से बर्न होती हैं और वजन को मैनेज करने में आसानी होती है। वजन कम करने के लिए खाली पेट आंवला का जूस लेने का सुझाव दिया जाता है। आंवला आँखों, दिल और दिमाग के लिए भी अच्छा होता है।

दही

रोजाना दही का सेवन करने से कई लाभ होते हैं। दही में कैल्शियम, विटामिन बी, विटामिन डी, प्रोटीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, और फास्फोरस सहित आपके शरीर के लिए ज़रूरी लगभग सभी पौषक तत्व होते हैं। शुद्ध दही में प्रोबायोटिक होते हैं, जो पाचन तंत्र को ठीक रखते हैं। यह कब्ज के साथ ही डायरिया के लिए भी फ़ायदेमंद होता है। दही से वजन को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। इसमें मौजूद प्रोटीन और कैल्शियम साथ मिलकर भूख कम करने वाले हार्मोन को बढ़ाते हैं। ग्रीक योगर्ट डायबिटीज के मरीजों के लिए फ़ायदेमंद होता है, इसे दही से अतिरिक्त पानी और मिठास निकालकर बनाया जाता है यह दिल के साथ ही हड्डियों के लिए भी अच्छा होता है और इम्युनिटी बढ़ाता है।

अदरक

अदरक अपने औषधीय गुणों के लिए लोकप्रिय है। इसे रोजाना की डाइट में शामिल करना बेहद आसान है। अदरक में कई तरह के नेचुरल ऑइल होते हैं, जिनमें से जिंजरोल सबसे महत्वपूर्ण है, इसमें एंटी-इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव होते हैं। कई स्टडी में यह प्रामाणित हो चुका है कि अदरक के सेवन से वजन कम करने में मदद मिलती है। कुछ रिसर्च में अदरक के सेवन से ब्लड शुगर लेवल कम होने के संकेत भी मिले हैं। अदरक खाने से आसानी से पेट साफ़ हो जाता है। यह अपच से जुड़ी पुरानी दिक्कत के उपचार में मदद करता है। अदरक के नियमित सेवन से माहवारी के दर्द को कम करने, कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करने, अल्ज़ाइमर से बचाव करने, कैंसर को रोकने और कई तरह के इन्फेक्शन आदि से बचने में भी मदद मिलती है।

 

 

अब आप लोग समझ ही गए होंगे कि ये 5 चीज़ें कितने सारे औषधीय गुणों से भरपूर हैं। इन फ़ूड को अपनी डाइट का हिस्सा बनाने से वजन-ब्लड शुगर कंट्रोल में और पाचन तंत्र तो फिट रहेगा ही, साथ ही और भी कई स्वास्थ्य लाभ होंगे। इसलिए इन 5 चीज़ों का नियमित रूप से सेवन ज़रूर करें।